मुरैना
मुरैना के जौरा कस्बे के निवासी डॉक्टर के बेटे ने उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में शुक्रवार शाम को अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जान देने वाले युवक का नाम दीपांशु शर्मा था, वह मेरठ के सुभारती विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर पिछले 1 साल से पदस्थ थे। उनका पत्नी से विवाद चल रहा था। मौत से पहले सुसाइड नोट भी छोड़ा है।जानकारी के अनुसार, दीपांशु के पिता डॉक्टर हिमांशु शर्मा, मुरैना के जौरा कस्बे में ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर के पद पर रह चुके हैं। वे वर्तमान में कस्बे के इस्लामपुरा मोहल्ले में सब्जी मंडी रोड पर रहते हैं।
प्रोफेसर दीपांशु शर्मा मेरठ की सुशांत सिटी कॉलोनी में किराए पर एक फ्लैट अकेले रहते थे। घटना के वक्त उनकी डैडबॉडी फंदे पर लटकी मिली। मरने से पहले उन्होंने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है, जिसमें लिखा कि आई क्विट और मौत के पीछे खुद को जिम्मेदार बताया।
दीपांशु का दोस्त नितिन संगवान उनसे मिलने शाम 5:30 बजे फ्लैट पर पहुंचा, तो देखा कि कमरे का आधा दरवाजा खुला था। नितिन ने अंदर झांका तो दीपांशु को लटका देखा। तत्काल पुलिस को फोन किया।
दीपांशु की शादी लगभग 5 साल पहले मध्य प्रदेश के बालाघाट के पास से हुई थी। दीपांशु की एक 4 साल की बेटी है। पत्नी ने उसके खिलाफ पुलिस में मामला भी दर्ज कराया हुआ है। पिछले 1 साल से वह मायके में रह रही है तथा वह अकेला मेरठ में रहता था। अपनी पत्नी से अलग होने के कारण दीपांशु बहुत परेशान रहता था।